पिछले ब्लॉग में हमने सेल्समैनशिप और सेलिंग प्रोसेस के बारे में जानना. इस ब्लॉग में हम पर्सनल सेलिंग यानी व्यक्तिगत विक्रय के बारे में जानेंगे. पर्सनल सेलिंग होता क्या है सामान्य अर्थ में पर्सनल सेलिंग से तात्पर्य व्यक्तिगत विक्रय से होता है. विभिन्न विद्वानों ने पर्सनल सेलिंग की परिभाषा इस प्रकार दी है अमेरिकन मार्केटिंग एसोसिएशन के अनुसार," पर्सनल सेलिंग वार्तालाप के माध्यम से विक्रय के उद्देश्य से क्रेता के समक्ष वस्तुओं और सेवाओं का एक मौखिक प्रस्तुतीकरण है. यह क्रेताओं की सहमति प्राप्त करने की योग्यता है जिससे एकओर क्रेता वस्तुओं और सेवाओं का लाभ ले सके तो दूसरी ओर विक्रेता को भी इसका फायदा हो. Stanton के अनुसार ,"पर्सनल सेलिंग में व्यक्तिगत संचार द्वारा विक्रय को शामिल किया जाता है जो विज्ञापन के व्यक्तिगत संचार के तरीके, विक्रय संवर्धन और अन्य संचार उपकरणों के विपरीत होता है. निष्कर्ष इस प्रकार हम कह सकते हैं कि पर्सनल सेलिंग यानी व्यक्तिगत विक्रय के अंतर्गत विक्रयकर्ता द्वारा प्रत्यक्ष रूप से ग्राहकों से संपर्क कर अपनी वस्तुओं को ग्राहक...
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