पिछले ब्लॉग में परियोजना निर्माण के बारे में परियोजना के बारे में चर्चा कर रहे थे। इस ब्लॉग में हम परियोजना क्या है इसका संक्षिप्त परिचय देख लेते हैं और परियोजना के वर्गीकरण ,परियोजना के कौन कौन से चरण हैं उसके बारे में और परियोजना चक्र के बारे में जानेंगे तो चलिए शुरू करते हैं परियोजना के बारे में।
1 परियोजना के प्रथम चरण में विचारोंं का सृजन और और उन विचारोंंंमे से बेहतर विचार का चयन कर परियोजना की पहचान की जाती है.
परियोजना
किसी भी कार्य को व्यवस्थित तरीके से संपादित करने के लिए उसका विश्लेषण कर उसकी रूपरेखा तैयार करना ताकि पूर्व निर्धारित उद्देश्य को पूरा किया जा सके परियोजना कहलाती है।
सरकार द्वारा या किसी व्यवसायिक संगठन द्वारा किसी खास उद्देश्य से किए जाने वाले कार्य के लिए एक रूपरेखा तैयार की जाती है जिसके उद्देश्य निश्चित होते हैं और समयावधि और स्थान सभी निश्चित होते हैं।
विभिन्न विद्वानों द्वारा परियोजना को इस प्रकार परिभाषित किया गया है
जे प्राइस गिटिन्जर के अनुसार
परियोजना लाभ प्राप्त करने के लिए संसाधनों के उपयोग में शामिल गतिविधियों का समूह है.
क्लिफोर्ड के अनुसार
प्रयोजना एक अनियमित दिनचर्या वाली जटिल गतिविधि है जिसे संसाधनों में लगी निश्चित राशि और एक निश्चित समय के भीतर पूरा करना आवश्यक होता है.
डेनिस लॉक के अनुसार
परियोजना एक संगठनात्मक इकाई है जो एक पूर्व निर्धारित प्रदर्शन निर्देशों के अनुरूप बजट के भीतर एक निश्चित समय में एक विकास उत्पाद के सफल समापन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समर्पित है.
निष्कर्षतः यह कहा जा सकता है कि परियोजना पूर्व निर्धारित लक्ष्य को एक निश्चित अवधि में संसाधनों के कुशलतम उपयोग द्वारा प्राप्त करने की एक रूपरेखा है।
उपरोक्त परिभाषा द्वारा परियोजना की निम्न विशेषताएं प्रकट होती हैं-
1 परियोजना किसी कार्य को करने की एक रूपरेखा है
2 यह एक निश्चित अवधि के लिए होती है.
3 यह एक निश्चित बजट से संबंधित होता है.
4 इसमें निश्चित बजट में संसाधनों के कुशलतम उपयोग पर ध्यान दिया जाता है.
5 विशेषज्ञों द्वारा तैयार किया जाने वाला एक प्रारूप है.
6 यह जोखिम और अनिश्चितता से भरा होता है.
परियोजना के चरण
1 परियोजना के प्रथम चरण में विचारोंं का सृजन और और उन विचारोंंंमे से बेहतर विचार का चयन कर परियोजना की पहचान की जाती है.
2 दूसरे चरण में बाजार ,वित्त ,आर्थिक और तकनीकी विश्लेषण किया जाता है और एक बेहतर परियोजना तैयार की जाती है उसकी रिपोर्ट तैयार की जाती है जिसे प्रोजेक्ट रिपोर्ट कहा जाता है.
3 परियोजना के तीसरे चरण में इसको लागू करने के लिए उसके विभिन्न पहलुओं की योजनाएं बनाई जाती हैं. इन सभी योजनाओं के माध्यम से परियोजना के विभिन्न पहलू लागू करने में प्रबंध की महत्वपूर्ण भूमिका होती है यह योजनाएं परियोजना प्रबंधक द्वारा बनाई जाती है.
4 चौथे चरण में इन योजनाओं को लागू कर इन्हें मूर्त रूप दिया जाता है.
5 अंतिम चरण में परियोजना अपना आकार लेकर मूर्त रूप में कार्य शुरू करने के लिए तैयार रहती है.
परियोजना चक्र
इसे संक्षिप्त रूप से कह सकते हैं परियोजना क्षेत्र के अंतर्गत परियोजना की पहचान ,तैयारी, परियोजना का आकलन, उसका कार्यान्वयन और मूल्यांकन आते हैं.
परियोजना के उद्देश्य
* नवीन उत्पादों का सृजन👍
*आधुनिकीकरण👍
*निर्माण तकनीकी 👍
*यंत्र का प्रतिस्थापन👍
*पयरियोजना का विस्तार👍
परियोजना वर्गीकरण के आधार
क) परिमाण के आधार पर परियोजना को दो भागों में बांटा जाता है
1 ऐसी परियोजना इसके अंतर्गत आती है जिनके परिमाण का मूल्यांकन उचित होता है जैसे -बिजली उत्पादन, सिंचाई विकास, औद्योगिक विकास .
2 इसमें ऐसी परियोजनाएं आती हैं जिनके परिमाण का मूल्यांकन नहीं किया जा सकता है. जैस शिक्षा ,स्वास्थ्य, रक्षा संबंध इत्यादी।
ख)क्षेत्र के आधार पर
विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों के आधार पर भी परियोजना का वर्गीकरण किया जाता है इसमें कृषि क्षेत्र सिंचाई एवं ऊर्जा क्षेत्र खनिज संचार क्षेत्र इत्यादि आते हैं.
ग) आर्थिक -तकनीकी के आधार पर
इसमें कई तरह की परियोजनाएं आती हैं पूंजी पर आधारित परियोजना, श्रम आधारित परियोजना, कच्ची सामग्री आधारित परियोजना ,इत्यादि।
घ) निश्चित उद्देश्य की पूर्ति के आधार पर
इसमें आधुनिक परियोजना, किसी उद्योग के विस्तार की परियोजना शामिल की जाती है.
ङ) अन्य परियोजनाओं में कल्याण संबंधी परियोजना शोध एवं अनुसंधान से संबंधित परियोजनाएं सेवा परियोजनाएं शामिल की जाती हैं।
दोस्तों कैसी लगी परियोजना के बारे में संक्षिप्त जानकारी .......अपनी राय जरूर दें।
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