एक्सिम बैंक 1982
भारत सरकार ने भारत से निर्यात बढ़ाने के लिए और देश के विदेशी व्यापार और निवेश एकीकृत रूप से संचालित करने के लिए EXIM BANK की स्थापना की थी।* यह भारत के बाहर विदेशी व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण संस्था के रूप में कार्यरत है।
*यह एक ऐसी संस्था है जो एक्सपोर्ट इंपोर्ट से संबंधित
भारतीय लघु और मध्यम उद्योगों की भागीदारी में प्रमुख भूमिका निभाता है।
*इसकी स्थापना के लिए भारतीय संसद द्वारा 1981 में एक बिल पारित किया गया।
* 1982 में इसकी स्थापना हुई और मार्च 1982 से इसने कार्य करना शुरू किया।
* प्रधान कार्यालय मुंबई
* स्थापना के समय
अधिकृत पूंजी 500 करोड़ रूपये
*संचालक मंडल के कुल निर्देशकों की संख्या 12
जिसमें
* भारत सरकार के उच्च अधिकारी 5
*अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक के निर्देशक 3
*उद्योग ,/व्यापार विशेषज्ञ 4
*आरबीआई, आईडीबीआई, ईसीजीसी लिमिटेड द्वारा मनोनीत सदस्य 3
वित्तीय उत्पाद- क्रेता ऋण ,विदेश निवेश वित्त, ऋण व्यवसाय, कारपोरेट बैंकिंग
*वित्तीय वर्ष 2019 -20 में कर पश्चात लाभ में वृद्धि 51.22% 2018-19 की तुलना में
कार्य
*यह देसी निर्यातकों को अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा वाले बाजार में प्रवेश की सुविधाओं सुविधाएं देता है।
*विदेशी खरीदारों के लिए लघु और मध्यम उद्योग की वस्तुओं की खरीदारी के लिए ऋण की सुविधाएं उपलब्ध कराता है।
* विदेशी आयातकों की तरफ से पेड इन एडवांस की सुविधा भी भारतीय निर्यातकों को बैंक देता है
*यह भारतीय निर्यातकों के लिए नए बाजार में पहुंचने में मदद करता है।
* भारतीय निर्यातकों को वैश्विक स्तर पर स्थापित कर इंडिया ब्रांड को प्रमोट करता है
* बैंक निर्यात से पहले और निर्यात के बाद के जरूरतों को पूरा करने के लिए वित्त प्रदान करता है।
*यह निर्यातकों द्वारा निर्यात किए जाने वाले उत्पादों के शोध और विकास के लिए वित्त प्रदान करता है।
* निर्यात बढ़ाने के लिए गैर परियोजना संबंधित वित्तीय सुविधाएं बैंक द्वारा दी जाती हैं जिससे उत्पादन उपकरण लगाए जाते हैं।
* यह विदेशी व्यापार की समस्याओं का विश्लेषण कर सरकार को सुझाव देता है।
*यह विदेशों में कंपनियों की पहुंच बनाने के लिए भारतीय कंपनियों के विदेशी उपक्रम या इसकी सहायक कंपनियों में निवेश करता है
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